Law of attraction (आकर्षण का सिद्धांत) in hindi | ज्ञानवर्धक बातें | Rochak Jaankariyaa

Law of attraction – हमारे personal thoughts का हमारी लाइफ पर क्या असर पड़ता है? हम सभी के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि आपकी सोच, चीजों को देखने का नजरिया, और किसी भी topic पर आपका emotional point of view आपकी पर्सनालिटी में नजर आने लगते हैं। Law of attraction(आकर्षण का सिद्धांत) क्या है? आखिर यह किस तरह किसी की पर्सनालिटी को बनाता है? क्या Law of attraction आपकी लाइफ बदल सकता है? चलिए समझते हैं-

Re-manifest करने के लिए पॉजिटिव thinking का होना बहुत जरूरी है, और लाइफ में पॉजिटिविटी maintain करने के लिए Law of attraction को समझना जरूरी है। Law of attraction एक प्रकार की फिलॉसफी है। इसमें हम सभी पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह के thoughts को, अपनी और अट्रैक्ट करते हैं। इसका सीधा असर आपकी पर्सनल लाइफ पर पड़ता है। कुछ लोग नेगेटिव थॉट के साथ comfortable हो जाते हैं, तो कुछ लोग पॉजिटिव थॉट्स की प्रैक्टिस करते हैं।

इस सिद्धांत को सिंपल भाषा में बताएं, तो negative thought से हमारा outcome भी negative हो जाता है। positive thought से positive outcome मिलता है। लाइफ में नेगेटिव incident का होना नॉर्मल है। अगर बार-बार आप इसे रिपीट करते रहते हैं, और आपके मन में constantly negative thought को build up होने देते हैं तो इससे आप अपने आसपास की positive चीजों पर भी ध्यान नहीं दे पाते। अगर आप एक पॉजिटिव और joyful human being है तो मुश्किल से मुश्किल सिचुएशन में भी आपका मेंटल और इमोशनल हेल्थ बैलेंस रहता है।

 

किसी भी सिचुएशन को लेकर positive थॉट्स रखने से, आप चीजों को सही तरीके से और जल्दी solve कर लेते हैं। हम अलग-अलग फील्ड में अपने ड्रीम को मेनिफेस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, पर कई बार हमारे खुद के थॉट्स हमारे dream के बीच में रुकावट बनने लगते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप कोई बिजनेस प्लान कर रहे हैं, तो आप ज्यादा तर cases में फ्यूचर आउटकम के बारे में नेगेटिव सोचते हैं। जैसे कि अगर मेरा बिजनेस सक्सेसफुल ना हुआ तो क्या होगा, कहीं इन्वेस्टमेंट से अच्छा प्रॉफिट ना हुआ तो क्या होगा, कहीं मैं अपने रिसोर्सेज को सही से यूटिलाइज ना कर पाया तो क्या होगा।

ऐसे में आप शुरुआत करने से पहले ही हार मान लेते हैं। आपके नेगेटिव थॉट्स आपके नेगेटिव फ्यूचर को attract (आकर्षित) करते हैं।  इस सिचुएशन में पॉजिटिव थिंकिंग आपके सपनों को हासिल करने में आपकी हेल्प कर सकती है।

Manifestation technique in hindi

अधिकांश लोग इस चीज के बारे में ज्यादा सोचते हैं कि जिसको वह नहीं चाहते, वही चीज उनको बार-बार क्यों दिखाई देती है? क्योंकि वह उसी के बारे में सोचते हैं। आपके किसी सपने को पूरा करने के लिए पॉजिटिव थॉट्स को मेंटेन रखने वाली इन technique को समझना बहुत जरूरी है।

First है power of visualization सपने तो हम सभी नींद में भी देखा करते हैं, लेकिन क्या हम उन्हें याद रखते हैं, नहीं। इसलिए अगर आप अपने किसी real लाइफ ड्रीम को manifest करते हैं, तो आंखों को खुला रख कर अपने सपनों को positively visualize form में portrait करें। इसके लिए सबसे पहले अपने मन में अपने goal की positive इमेज तैयार करें।

उसके बाद, आप इसे अपने कमरे में लगे vision board पर हैंग कर दे। हमें बचपन से ही हर चीज को visual form में दिखाकर समझाया जाता है, और हम उसे फौरन समझ भी जाते हैं। ठीक उसी तरह जब हम अपने ड्रीम को visual form में manifest करते हुए देखते हैं, तो इससे हमें आगे बढ़ने का reminder मिलता है, और हम पॉजिटिव रहते हैं।

Second है affirmation- जब हम किसी भी सपने को manifest कर रहे होते हैं, तो सबसे पहले हमारे खुद के थॉट्स उसमें रुकावट बनते हैं। यदि आप अपने किसी ड्रीम को manifest करना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे जरूरी पॉजिटिव thinking है,  पर आपको तो negative thoughts आ रहे हैं, तो आपके मन में सवाल आ सकता है कि पॉजिटिव कैसे रहे?

यह बेहद आसान है रोजाना खुद से पॉजिटिव बातें करके, अपने को पॉजिटिव रखा जा सकता है। कुछ लोगों को सिर्फ आलोचना करने की आदत पड़ जाती है। जिसकी वजह से वह पीछे रह जाते हैं। इस सिचुएशन में मन को पॉजिटिव सोचने के लिए train किया जाता है, और आप भी ऐसा कर सकते हैं। हर सुबह 10 मिनट पॉजिटिव affirmation की प्रैक्टिस करें इससे आत्मविश्वास बढ़ता है।

Third है paper work- पॉजिटिव माइंड सेट के लिए लिखना शुरू करें। ड्रीम मेनिफेस्ट करते समय बहुत से लोग इसीलिए अपने थॉट को खुलकर सामने नहीं आने देते, क्योंकि लोग उन्हें जज करेंगे। ऐसे में डायरी में लिखना, आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है। आप बिना किसी हिचक और जज मेंट के डर से अपने goal को, अपने thoughts को पेपर पर लिख सकते हैं। जब आप उस पेपर को आप बार-बार पढ़ते हैं, तो यह आपको बताता है कि आप अपने गोल के कितने करीब आ चुके हैं।

इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है,और आप ज्यादा कंसंट्रेशन के साथ अपना 100% देते हैं। पॉजिटिव थिंकिंग establish करने के लिए अपनी डायरी में अपने भविष्य को लिखें- जैसे आपका dream job, आप अपने soulmate से कब मिलना चाहते हैं और आज से 2 साल के बाद आप कितनी सैलरी उम्मीद करते हैं।

Emotional mastery in hindi

अच्छा महसूस करके ही आप अपने भविष्य को अच्छा बना सकते हैं। क्या आप अपने emotions को कंट्रोल कर सकते हैं? इसका जवाब ज्यादातर ज्यादातर लोगों के लिए ना ही होगा, क्योंकि emotions humans का in-built behavior सिस्टम है, पर हां हमारे emotions हमारी सोच को जरूर कंट्रोल कर सकते हैं। Inner thoughts और emotions एक दूसरे से जुड़े होते हैं, इसीलिए आप अपनी पॉजिटिव emotional पावर को इस्तेमाल करके, अपने thoughts को पॉजिटिव thinking में बदल सकते हैं।

खासकर जब आप किसी ड्रीम को manifest कर रहे होते हैं, तो आपके emotions, manifestation में fuel की तरह काम करते हैं। पॉजिटिव थॉट्स, नेगेटिव थॉट्स और manifestation यह सभी आपके इमोशंस है। अब यह पूरी तरह से आपके ऊपर है कि आप इन्हें कब और कैसे इस्तेमाल करते हैं। कल्पना कीजिए आप एक बड़ा बिजनेस प्लान कर रहे हैं, और उस दौरान नेगेटिव इमोशंस आपके ऊपर हावी हो रहा है।

आप बार-बार असफलता के बारे में सोच कर परेशान हो रहे हैं तो यह छोटी सी गलती आपको सपनों से काफी दूर कर सकती है। आपको यह जानना चाहिए कि जिस प्रकार आप ड्रीम में manifest कर रहे होते हैं, ठीक उसी तरह आप अपने इमोशंस को भी manifest करते हैं।

यह पूरी तरह से आकर्षण के सिद्धांत पर निर्भर करता है। आप उन्हीं चीजों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, जिन्हें आप असल में आकर्षित करना चाहते हैं। दरअसल आप ऐसा फील करते होंगे कि आपका,अपनी भावनाओं पर कोई कंट्रोल नहीं है, या कई बार आपको महसूस होता होगा कि आपकी खुद की इमोशनल need पूरी नहीं हो पा रही है, तो हम इंसान हैं और यह हमारे लिए पूरी तरह से नॉर्मल है।

पर इमोशंस को manifest करते समय, अगर आप नकारात्मक वातावरण में रहते हैं, या नकारात्मक बातें सोच रहे हैं, तो जाहिर सी बात है, आपके इमोशंस negative रिस्पांस करना शुरू कर सकते हैं। फिर तमाम पॉजिटिव सिचुएशंस के बावजूद आप नेगेटिविटी को आकर्षित करते हैं।यहां एक महत्वपूर्ण सवाल आता है कि आखिर किस तरह पॉजिटिव इमोशंस को जनरलाइज कर सकते हैं। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना है-

  • पहली सकारात्मक भावनाओं को ध्यान दें। आप एक लिस्ट तैयार करें, कि दिन भर में आपको कब-कब पॉजिटिव इमोशंस महसूस हुए। यह आपका ध्यान,आपकी लाइफ में हो रही,अच्छी चीजों पर लेकर जाएगा। अपने पॉजिटिव इमोशंस को पता करके,आप कई और भी अलग-अलग पॉजिटिव feelings को महसूस कर सकते हैं।
  • दूसरी gratitude अपनी लाइफ में हर उस चीज की लिस्ट बनाए, जिसके लिए आप शुक्रगुजार हैं। आप रोज ऐसी- तीन चार चीजे भी लिख सकते हैं,जिनके लिए आज आप शुक्रगुजार हैं। जैसे आपके पास रहने के लिए घर है। आपके पास आपका परिवार है। आपका कोई पालतू पशु भी हो सकता है।
  • तीसरी(positive treasure chest) चीज जिन्हें हम छू सकते हैं वह सबसे ज्यादा प्रभावशाली होती है। खुद को ज्यादा सकारात्मक बनाने के लिए, ऐसी चीजों का सहारा लीजिए, जिनसे कोई सकारात्मक यादें जुड़ी हो।

Gratitude journal in hindi

शुक्रगुजार होना (gratitude) एक बहुत ही महत्वपूर्ण इमोशंस है। जिसे आप महसूस कर पाते हैं। हम अपनी लाइफ की नेगेटिव सिचुएशन के बारे में तो बार-बार बातें करते हैं, पर प्रश्न यह है कि हम अपने जीवन के पॉजिटिव moments को कितना याद करते हैं। इस स्थिति में आपको power of gratitude को समझना होगा। Gratitude का मतलब है,आपके जीवन में, अब तक अच्छी चीजों को याद करना, और उनके लिए ईश्वर को धन्यवाद देना।

जब आप किसी भी चीज के लिए gratitude फील करते हैं, तो आप present moment में खुशी को महसूस कर पाते हैं। पूरा ब्रह्मांड इसी पैटर्न पर रिस्पांस करता है। अगर आप किसी इंसान से, जलन महसूस करते हैं, या किसी इंसान की सफलता को लेकर तनाव में रहते हैं, तो आप अनजाने में उस नकारात्मक ऊर्जा को अपनी और आकर्षित कर रहे होते हैं, और आपका दिमाग भी नेगेटिव इमोशंस की ओर रिस्पांस करता है। जो आपकी ड्रीम manifestation  पर रोक लगा सकता है।

दूसरी और अगर आप ग्रिटीट्यूड प्रैक्टिस करते हैं, तो आप तो प्रेजेंट में चल रही चीजों में पॉजिटिविटी ढूंढ कर, इसे अप्रिशिएट करने लगते हैं, और यह आपका ध्यान जीवन की हर पॉजिटिव चीज पर ले जाता है। जब आपको लगता है कि मेरी लाइफ तो इतनी अच्छी है, सब अच्छा चल रहा है, तो आप पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करने लगते हैं। इस दुनिया में हर परेशानी का कोई ना कोई समाधान जरूर है।

अगर आप अपनी लाइफ की परेशानी को समझ कर, उनमें से सकारात्मक चीजे ढूंढ कर,उन पर काम करना शुरू करते हैं, तो आप किसी भी सपने को आसानी से पा सकते हैं। क्या आपके साथ ऐसा होता है कि अकेले बैठे होने पर आप अपनी लाइफ से किसी खूबसूरत घटना, या सिचुएशन या किसी व्यक्ति के बारे में सोच कर अचानक से मुस्कुराने लगते हैं। ठीक इसी तरह अगर हम हर रोज के छोटे-छोटे good incidents को appreciate करते हैं, तो इसे हमारे emotional well being पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इसके अलावा आपको अपने घर,परिवार,दोस्त ,पार्टनर के लिए ग्रेटफुल होना चाहिए। कितने लोग ऐसे हैं, जिनके पास ना तो परिवार है, ना ही दोस्त, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें दो वक्त का खाना तक नहीं मिल पाता। इसीलिए हम सभी को छोटी-छोटी चीजों के लिए लाइफ से शिकायत करने की जगह, हमारे पास जो कुछ भी है, उसके लिए ग्रेटफुल होना चाहिए। इससे पॉजिटिव इमोशंस को  बनाने में मदद मिलती है।

अब समझते हैं पॉजिटिव ट्रेजर चेस्ट काम कैसे करता है। देखिए हम सभी की लाइफ में कभी ना कभी मुश्किल समय आता ही है, और उस दौरान हम नकारात्मक विचारों को आसानी से अपनी और आकर्षित कर ही लेते हैं। सोच कर देखिए क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि बुरे वक्त में आप किसी भी अच्छी सिचुएशन और फीलिंग को याद नहीं कर पाते हो, अगर हां तो यह बिल्कुल नॉर्मल है। ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा होता है। इसीलिए हमें अपनी अच्छी यादों को स्टोर करके रखना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें याद करके खुद को मोटिवेट कर सके।

अब चाहे वह फोटोग्राफ्स हो या किसी का दिया हुआ गिफ्ट हो या कोई पेंटिंग हो या फिर आपका बर्थडे कार्ड। पुराने दोस्तों के लेटर बुरे वक्त में जब आप इन बेहतरीन पॉजिटिव कलेक्शन को देखते हैं,तो आपके मन से ज्यादातर नकारात्मक विचार उसी पल निकल जाते हैं, और फिर से एक बार आपका मन खुश हो जाता है।

visualization : how to visualize in mind in hindi

विजुलाइजेशन एक आर्ट है जिसे हम और आप जैसे ड्रीम manifest करने वाले आर्टिस्ट तैयार करते हैं। सेलिब्रिटी से लेकर interpreneur तक मेनिफेस्टेड ड्रीम को अचीव करने के लिए visualization तकनीक अपनाते हैं। जब आप अपने ड्रीम या डिजायर को visual फॉर्म में देखते हैं, तो इससे आपका सब conscious माइंड एक्टिव हो जाता है, और जैसा कि आप जान चुके हैं कि आप जो सोचते हैं, वही आकर्षित करते हैं। visualization , ब्रेन के साथ मिलकर आपके ड्रीम्स और गोल को manifest करने में आसानी होती है।

visualization बिल्कुल मेडिटेशन की तरह काम करता है।जब आप अपनी ड्रीम को विजुलाइज फार्म में अपनी आंखों के सामने देखते हैं, तो इससे आपका मेंटल स्ट्रेस कम होता है, और आपकी बॉडी में रिलैक्सेशन महसूस होता है। इसे ऐसे समझे कि आप सभी ने अपनी स्टूडेंट लाइफ में, बहुत से एग्जाम्स दिए होंगे। ज्यादातर लोग तैयारी के दौरान छोटे-छोटे नोट्स बनाकर, अपने स्टडी टेबल के सामने की वॉल पर लगा देते हैं, और कुछ लोग इन नोटिस को स्टडी एरिया के अलावा, ऐसी जगह पर लगाते हैं, जहां वह अपने दिन का कुछ टाइम व्यतीत करते हैं।

Law of attraction
Law of attraction

इससे इंसान के दिमाग में शब्दों की एक इमेज रह जाती है। जिसे याद रखना आसान होता है। साथ ही जब वह नोट्स को देखते हैं, तो उन्हें अपनी स्किल का एहसास होता है, और उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है। visualization का महत्व तो समझ में आ गया। लेकिन इसकी प्रैक्टिस कैसे करनी है, तो चलिए visualization  की कुछ तकनीक को जानते हैं-

first तकनीक है mind map और scripting-जब आप ड्रीम manifest करने का सोच रहे होते हैं, तो क्या सीधे पेन और पेपर लेकर बैठ जाते हैं? नहीं। सबसे पहले सुझाव हमारे दिमाग में आता है। visualization का पहला स्टेप है, माइंड मैप तैयार करना। इसमें आप अपने मन में एक आउटलुक तैयार करते हैं कि कौन सी चीज कब और कैसे करनी है। इसके बाद आप तैयार किए गए, माइंड मैप के आइडिया को script करना शुरू करते हैं। Script को जितना हो सके, उतना डिटेल में डिस्क्राइब करें, ताकि आप समझ सके कि आपको अपने ड्रीम लाइफ में क्या ऐड करना है, और क्या नहीं। यह आपको एक बेहतर planning करने में हेल्प करेगा।

second है photographs and other visual forms- अगर आप नई कार लेने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो अपनी ड्रीम कार की फोटो को या किसी स्टार्टअप की प्लानिंग कर रहे हैं, तो उसके बेसिक संसाधनों की फोटो, वर्ल्ड tour प्लेन करना चाहते हैं, तो उस जगह की फोटोग्राफ्स, अपने बेडरूम में विजन बोर्ड पर चिपका ले। अगर आपके मन में manifestation को लेकर कोई भी नेगेटिव थॉट्स आते हैं, तो उन फोटोग्राफ्स पर नजर डालें और रिलैक्स होकर इन्हें देखिए। यह आपको मोटिवेशन देते हैं। जिससे कि आपका मन पॉजिटिविटी को आकर्षित करना शुरू कर देता है।

Third है index और note card तैयार करें- इंडेक्स कार्ड और नोट कार्ड करना visualization का एक अच्छा तरीका है। यह फिजिकली हर टाइम आपके साथ मौजूद रहते है। जिससे कि आप दिन के किसी भी समय, इन्हें पढ़ सकते हैं। इनमें अपने गोल को डिस्क्राइब करें, और साथ में कुछ मोटिवेशनल थॉट्स को मेंशन करें। डेली सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले, इसे जरूर पढ़ें।

Power of ripple effect

आकर्षण का नियम प्रकृति का नियम है। यह उतना ही कारगर है, जितना की गुरुत्वाकर्षण का नियम। क्या आपने रिप्पल इफेक्ट के बारे में सुना है? अगर हां, तो आज हम इसे लॉ आफ अट्रैक्शन (आकर्षण के सिद्धांत) के साथ जोड़ कर देखेंगे। जब हम अपने विचारों और कामों से अपने अंदर पॉजिटिविटी की एनर्जी क्रिएट करते हैं, तो हमारे आसपास का वातावरण या कह सकते हैं कि पूरे ब्रह्मांड पर इसका पॉजिटिव इफेक्ट होता है। इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिसे हम विचारों का रिप्पल इफेक्ट कहते हैं।

रिप्पल इफेक्ट का सबसे बड़ा उदाहरण की बात करें, तो हमारे घर के आसपास, बारिश के मौसम में, पानी जमा हो जाया करता है, तो उसमें जब भी आप पत्थर फेंकते हैं, तो रिपल इफेक्ट बनता है, और छोटे-छोटे सर्कल दूर तक फैल जाते हैं। ठीक ऐसा ही हमारी लाइफ में भी होता है। आपके छोटे से एक्शन और विचारों का impact , यूनिवर्स में काफी दूर तक फैला है। रिप्पल इफेक्ट के अंदर आप जो कुछ भी करते हैं, चाहे वह नेगेटिव हो या पॉजिटिव, दोनों का इफेक्ट आपके पास वापस आता है।

इसका प्रभाव सिर्फ आप पर नहीं, बल्कि आपके आसपास के लोगों पर भी पड़ता है। जब आप positivity को रेडिएट करते हैं तो prosperity(खुशहाली) खुद पर खुद आकर्षित होती है। यह केवल पर्सनल सक्सेस के बारे में नहीं है, बल्कि कई सारे लोगों के लिए खुशहाल और सकारात्मक वातावरण भी तैयार करता है। यह सिद्धांत लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के belief पर डिपेंड है।

Summary-

आकर्षण का सिद्धांत (Low of attraction) के 5 पॉइंट्स में हमने dream manifest के लिए, positivity को attract करने से लेकर, खुद के थॉट्स को जनरल करना, इमोशनल मास्टरी gratitude प्रैक्टिस visualization और रिप्पल इफेक्ट के बारे में समझा। किसी भी dream को अचीव करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, खुद पर भरोसा करना और खुद के अंदर पॉजिटिविटी को बनाए रखना। लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन हमें, पॉजिटिव माइंडसेट के साथ आगे बढ़ाना सीखना है।

यह बताता है कि किस तरह हम अपनी नेगेटिव सिचुएशन को भी पॉजिटिव तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। असफलता को एक अनुभव के तौर पर स्वीकार करें। अपनी गलतियों से सीखे और आगे बेहतर करने की कोशिश करें। लॉ आफ अट्रैक्शन को दुनिया के ज्यादातर सक्सेसफुल लोगों ने एक पावरफुल मिरेकल(powerful miracle) प्रक्रिया बताया है। आप चाहे इसे माने या ना माने , इसे फॉलो करें या ना फॉलो करें यह वर्क करता है। आप भी इसे एक बार आजमा सकते हैं।

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