खांसी का इलाज घरेलू
राधे राधे 🙏🙏
दोस्तों! आज की इस आर्टिकल में मैं आपको कफ, कोल्ड, जुकाम, खांसी और एलर्जी के लिए एक बेहद असरदार नुस्खा बताने वाली हूं, जिसे आप अपने घर में मौजूद कुछ बहुत ही आम सामग्री से बना सकते हैं। यह नुस्खा चाहे कितनी भी पुरानी खांसी हो, एलर्जी हो या फिर नजला-जुकाम हो, इन सभी स्थितियों में तुरंत राहत देता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसके लिए आपको कोई पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यह पूरी तरह से घरेलू चीजों से तैयार किया जा सकता है। तो चलिए शुरुआत करते हैं यह जानने से कि इसमें कौन-कौन सी सामग्री चाहिए, इन्हें कैसे तैयार करना है और इस नुस्खे को किस तरह से लेना है।
खांसी का इलाज घरेलू
हमारे आज के इस नुस्खे में जो पहली मुख्य चीज है
Ingredients | मुख्य सामग्री
तेज पत्ता |
तेज पत्ता। वह आपके खाने को स्वाद और खुशबू देने के साथ-साथ आपकी श्वसन प्रणाली के लिए भी बहुत अधिक लाभकारी है। आयुर्वेद में इसका उपयोग सदियों से सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है।
अदरक | Ginger
इसके बाद जो दूसरी सामग्री हमें चाहिए, वह है अदरक। यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जानी जाती है। यह गले की खराश को शांत करने के साथ-साथ खांसी, सर्दी और सिरदर्द की समस्या को भी कम कर सकती है।
तुलसी के पत्ते | Tulsi Leaf
इसके बाद तीसरा नंबर आता है तुलसी के पत्तों का, जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और खांसी तथा सर्दी के लिए रामबाण माने जाते हैं। इसके अलावा, इस नुस्खे में हम दालचीनी और लौंग का भी इस्तेमाल करेंगे, जो कि एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होते हैं। शोध से पता चलता है कि लौंग और दालचीनी हमारे श्वसन तंत्र के संक्रमण जैसे गले, सांस की नली, साइनस और फेफड़ों के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और अच्छे परिणाम प्रदान कर सकते हैं।
अंत में, इस नुस्खे में हमें दो और चीजों की जरूरत पड़ेगी – एक है नींबू और दूसरा है शहद। ये दोनों ही सामग्री कफ, कोल्ड और गले के संक्रमण को कम करने में मदद करती हैं और एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव भी रखती हैं। तो इन सभी चीजों को मिलाकर हमें इस नुस्खे को तैयार करना है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि इसे कैसे बनाया जाए? तो अब मैं आपको बताने वाला हूं कि इन सभी सामग्रियों को मिलाकर यह नुस्खा कैसे तैयार होगा और इसे कितनी मात्रा में लेना चाहिए।
बनाने की विधि | Method
इस नुस्खे को बनाने के लिए आपको सबसे पहले छह तेज पत्ते लेने हैं। इन्हें अच्छे से धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें और एक जगह रख दें। इसके बाद, एक इंच का अदरक का टुकड़ा लें, इसे छीलकर बारीक काट लें या फिर कद्दूकस कर लें।
इसके अलावा, पांच से छह तुलसी के पत्ते लें, चार लौंग के टुकड़े लें और लगभग दो इंच का दालचीनी का टुकड़ा लें। इन सभी सामग्रियों को एक जगह रख लें ताकि इन्हें सही समय पर इस्तेमाल किया जा सके।
अब एक सॉसपैन लें और उसमें दो कप पानी डालकर उबालने के लिए रख दें। जब पानी अच्छी तरह उबलने लगे, तो उसमें तेज पत्ते और अदरक डाल दें। इसे कुछ देर तक पकने दें।

जब इस मिश्रण में दो-तीन उबाल आ जाएं और यह अच्छी तरह पकने लगे, तो आंच को थोड़ा धीमा कर दें। इसके बाद, इसमें तुलसी के पत्ते, दालचीनी और लौंग डाल दें। इसके बाद, सॉसपैन को ढककर रख दें, लेकिन थोड़ा खुला छोड़ें ताकि भाप बाहर निकल सके।
अब इन सभी चीजों को अच्छे से पकने दें। जब यह पानी धीरे-धीरे उबलकर आधा रह जाए, तो इसे छानकर एक कप में निकाल लें।
सेवन कैसे करे | How To Drink
अब सवाल यह उठता है कि इस नुस्खे का इस्तेमाल कैसे करें और इसमें शहद व नींबू का उपयोग कब करना है। जब यह मिश्रण थोड़ा गुनगुना हो जाए, तो इसमें चार से पांच चम्मच निकालकर एक छोटे कप में डालें। फिर इसमें थोड़ा सा गुनगुना पानी मिलाएं।
अब इसमें एक चम्मच शहद और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं और इसे धीरे-धीरे पिएं। यदि आपको डायबिटीज है, तो शहद न मिलाएं, इसकी जगह थोड़ा सा नमक डाल सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि नमक बहुत अधिक न हो।

शहद को कभी भी गर्म पानी में नहीं मिलाना चाहिए। इसे हमेशा गुनगुने पानी में मिलाएं ताकि इसके लाभकारी गुण बरकरार रहें।
खुराक | Doses
अब बात करते हैं इसकी डोज की। बड़ों के लिए चार से पांच चम्मच इस मिश्रण को गुनगुने पानी में मिलाकर पीना चाहिए। 12 से 15 साल के बच्चों को दो से तीन चम्मच और 6 से 10 साल के बच्चों को केवल एक से दो चम्मच ही देना चाहिए।
इसे दिन में तीन बार लेना है और हमेशा इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर ही पीना चाहिए।
अगर यह काढ़ा बच जाए, तो ठंड के मौसम में इसे कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है, जबकि गर्मी के मौसम में इसे फ्रिज में रखना बेहतर होगा। जब भी इस्तेमाल करना हो, हल्का गर्म करके पी सकते हैं।
यह नुस्खा कफ, कोल्ड और एलर्जी जैसी समस्याओं के लिए बहुत प्रभावी है। इसे ट्राई करें और देखें कि कैसे कुछ ही मिनटों में खांसी और जुकाम से राहत मिलना शुरू हो जाता है।
आराम कब मिलेगा | Relief
अब सवाल आता है कि इसे कितने दिनों तक इस्तेमाल करना चाहिए। यह व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है, लेकिन आमतौर पर दो से तीन दिनों में आराम मिलना शुरू हो जाता है। जरूरत हो तो इसे पांच से सात दिनों तक लिया जा सकता है।
हालांकि, यह एक घरेलू उपाय है, इसलिए यदि कुछ दिनों में कोई फर्क न पड़े या कोई असुविधा महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज करवाएं।
गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और आठ साल से छोटे बच्चों को यह नुस्खा नहीं देना चाहिए। इसके अलावा, जिन लोगों को एसिडिटी या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, उन्हें भी इसे नहीं लेना चाहिए।
दोस्तो! उम्मीद करती हूं कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो और आपको इससे लाभ होगा। इसी तरह हंसते रहें, मुस्कुराते रहे और हर दिन कुछ नया सीखते रहे।
राधे राधे🙏🙏
Disclaimer : यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से प्रदान की गई है। कृपया अपने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी निर्णय को लेने से पहले एक योग्य चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें। इस जानकारी का उपयोग किसी पेशेवर चिकित्सीय सलाह या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए।