ईश्वर की कृपा पाने का रहस्य | The secret of getting God’s grace in Hindi :-
दोस्तों! एक बार एक गांव में एक संत प्रवचन करने आए। गांव के लोग संत की प्रसिद्धि सुनकर बड़ी संख्या में उनके प्रवचन में एकत्र हुए। संत अपने प्रवचनों के लिए जाने जाते थे, और लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने की उम्मीद में उनके पास गए।

जब प्रवचन समाप्त हुआ, तो कुछ लोगों ने संत के पास जाकर अपने-अपने दुख और कष्ट सुनाए। किसी ने कहा कि उसकी फसल लगातार खराब हो रही है, किसी ने अपने व्यापार में नुकसान की शिकायत की, तो किसी ने अपने परिवार में अशांति का दुखड़ा रोया।
संत ने उनकी बातें ध्यान से सुनी और फिर पूछा, “इन दुखों से छुटकारा पाने के लिए आपने अब तक क्या-क्या किया है?”

लोगों ने जवाब दिया, “हमने बहुत बार भगवान से प्रार्थना की है। उनसे फरियाद की है कि हमें इन दुखों से मुक्ति दें।”
संत ने थोड़ा मुस्कुराते हुए पूछा, “क्या आपने केवल फरियाद ही की है, या कुछ और भी प्रयास किए हैं?”
लोगों ने एक स्वर में उत्तर दिया, “हम तो केवल फरियाद करना जानते हैं। बस वही करते हैं।”

संत ने गंभीरता से कहा, “हे प्रियजनों, यह सच है कि भगवान हमारी पुकार सुनते हैं, परंतु वे केवल फरियाद से प्रसन्न नहीं होते। भगवान को सच्चे हृदय से याद करना ही उनकी कृपा पाने का मार्ग है। जैसे एक भिखारी दरवाजे पर आकर फरियाद करता है, तो उसे ₹1 या मुट्ठी भर अनाज मिलता है। लेकिन वही बेटा, जो अपने पिता को प्रेम से याद करता है, उसे बिना किसी फरियाद के ही सब कुछ मिल जाता है।”
फिर उन्होंने समझाया, “आप भी स्वयं को भगवान का पुत्र मानकर, सच्चे दिल से उन्हें याद करें। उनकी कृपा से आपके सारे दुख दूर हो जाएंगे। फरियाद करने में जितना समय बिताते हैं, उसका आधा भी यदि भगवान का शुक्रिया अदा करने या उन्हें प्रेमपूर्वक स्मरण करने में लगाएं, तो आपकी खुशी और शांति बढ़ेगी।”
इसके बाद संत ने आगे कहा, “आजकल भौतिक सुविधाएं बढ़ गई हैं, फिर भी लोगों के मन में शांति नहीं है। इसका मुख्य कारण है रीस करना। जैसे ही लोग किसी और के पास अधिक संपत्ति या सुविधाएं देखते हैं, ईर्ष्या करने लगते हैं। इस रीस में वे खुद को जिंदगी की रेस में पीछे महसूस करने लगते हैं। फिर भगवान से फरियाद करना शुरू कर देते हैं।”
उन्होंने अंत में यह सीख दी, “रीस करने से बचें और अपनी क्षमता के अनुसार जिंदगी की रेस में आगे बढ़ें। भगवान को पुत्र की तरह प्रेम से याद करें। उनका धन्यवाद करें। इससे आपकी खुशियां और शांति दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाएंगी।”
संत के इन शब्दों ने लोगों के मन पर गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने और भगवान को सच्चे हृदय से याद करने का संकल्प लिया।
दोस्तो! आपको यह कहानी कैसे लगी? अपने सुझाव और विचार कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
राधे राधे🙏🙏
Inspired Hindi stories। हिंदी कहानियां प्रेरणादायक
कृष्ण का विराट रूप: ब्रह्मांड का दिव्य स्वरूप | प्रसंग | Gupt Gyaan महाशिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता है | महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है | Mahashivratri 2025 कर्म का चक्र | Cycle of Karma | ज्ञानवर्धक लघु कहानी ईश्वर के संकेत | Signs of God | तुलसी दास जी की कहानी सत्संग का अनसुना सत्य | बिन सुने भी सत्संग | सत्संग ज्ञान की बातें कर्पूर गौरम करुणावतारं हिंदी में | कर्पूर गौरं मंत्र | Karpoor Gauram Mantra बुद्धि की विजय: बीरबल की अनोखी सीख:Victory of Wisdom: Birbal’s unique lesson अध्यात्म क्या है | What is Spirituality जीवन से जुड़ी कुछ अच्छी बातें | Some Good Things Related to Life | मन की बात | My Experience God’s glory and man’s pride in hindi | भगवान की महिमा और मानव का अहंकार | प्रेरणादायक कहानी कृष्ण ज्ञान की बातें | Krishna’s Words of Wisdom | कृष्ण वाणी | Krishna Vaani Spiritual transformation story in Hindi | भक्ति की शक्ति कहानी Nari Shakti | नारी शक्ति | पत्नी का समर्पण | आध्यात्मिक कहानी
इसे भी जरूर पढ़े- How to handle mental pressure in hindi | मानसिक दबाव
इसे भी जरूर पढ़े- आगे बढ़ने का मंत्र: सफलता की तीन बड़ी बाधाएं | Mantra for Progress: The Three Biggest Obstacles to Success in hindi
इसे भी जरूर पढ़े- Defying Age: 3 Amazing Superfoods in Hindi | 3 जादुई फूड्स: बुढ़ापे से बचें और यंग रहें