यूरिक एसिड को जड़ से खत्म करने का उपाय
राधे राधे 🙏🙏
दोस्तों, क्या आपको यूरिक एसिड की समस्या परेशान कर रही है? क्या जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में तकलीफ हो रही है? अगर हां, तो जान लीजिए कि आप अकेले नहीं हैं।
2020 में हुई एक स्टडी के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 56 मिलियन लोगों को हाई यूरिक एसिड और गाउट की समस्या है। शुरुआत में यह समस्या मामूली लग सकती है, लेकिन अगर इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह किडनी और जोड़ों पर बुरा असर डाल सकती है।
आज के इस लेख में मैं आपको एक सिंपल और इफेक्टिव ड्रिंक के बारे में बताऊंगा, जिसे आप आसानी से अपने घर में बना सकते हैं। सिर्फ एक कप रोजाना पीने से यूरिक एसिड को नेचुरली कंट्रोल में रखा जा सकता है।
यूरिक एसिड क्या है और यह क्यों बढ़ता है?
यूरिक एसिड एक नेचुरल वेस्ट प्रोडक्ट है, जो तब बनता है जब हम रेड मीट, सीफूड या ज्यादा शुगर वाले फूड्स का सेवन करते हैं। दरअसल, इन फूड्स में प्यूरीन नाम का एक पदार्थ होता है, जो बॉडी में यूरिक एसिड को बढ़ा देता है।
अगर बॉडी इस एक्स्ट्रा यूरिक एसिड को बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह ब्लड में जमा होने लगता है और धीरे-धीरे जोड़ों में क्रिस्टल्स के रूप में जम जाता है। यही कारण है कि जोड़ों में दर्द, सूजन और गाउट जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
अगर इसे सही समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह किडनी स्टोन और किडनी डैमेज जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है।
यूरिक एसिड की समस्या और उसका समाधान
नॉर्मली, हमारी किडनी यूरिक एसिड को ब्लड से फिल्टर करके यूरिन के जरिए बाहर निकाल देती है। लेकिन अगर शरीर में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा हो जाए या फिर हमारी किडनी सही से काम न कर रही हो, तो ऐसे में यूरिक एसिड ब्लड में जमा होने लगता है और इसका स्तर बढ़ जाता है। इसकी वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन आ जाती है, जिसमें खासतौर पर घुटने, टखने और पैर के अंगूठे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
समय के साथ यह समस्या बढ़ सकती है और गाउट जैसी बीमारी का रूप ले सकती है। गाउट में जोड़ों में बहुत ज्यादा दर्द होता है और यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स जोड़ों के अंदर जमा होने लगते हैं। यूरिक एसिड को कम करने के लिए कई तरह की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इस समस्या को नेचुरल रेमेडीज और डाइट में बदलाव करके भी कंट्रोल किया जा सकता है?
इस समस्या से राहत पाने के लिए आपको बस एक सिंपल घरेलू ड्रिंक को अपने रूटीन में शामिल करना होगा। इस ड्रिंक को बनाने के लिए केवल पांच चीजों की जरूरत होती है।
यूरिक एसिड को जड़ से खत्म करने का उपाय
पहली चीज है आधा टीस्पून हल्दी पाउडर, जो कि एक पावरफुल एंटी-इन्फ्लेमेटरी एजेंट है। यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करता है, जो कि यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से हो सकते हैं।
दूसरी चीज है एक टीस्पून धनिया के बीज। यह एक नेचुरल डाइयूरेटिक है, जो यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही, यह किडनी की कार्यक्षमता को भी सुधारता है, जिससे शरीर से यूरिक एसिड का फिल्टर आउट होना आसान हो जाता है।
तीसरी चीज है आधा टीस्पून जीरा। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है, जो यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा, यह किडनी की हेल्थ को भी बेहतर बनाता है।
चौथी चीज है आधा टीस्पून मेथी के बीज। यह एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है, जो आपके लिवर और किडनी को साफ रखने में मदद करता है। साथ ही, यह शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने को रोकने में भी सहायक होता है।
पांचवी चीज है काली मिर्च। यह हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के अवशोषण में मदद करती है, जिससे हल्दी का असर और ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा, काली मिर्च एक पावरफुल एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट भी है, जो जोड़ों के दर्द को कम करने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का सीक्रेट ड्रिंक
इस ड्रिंक को बनाने के लिए सबसे पहले एक सॉसपैन लीजिए और उसमें दो कप पानी डालकर गर्म कीजिए। जब पानी गर्म हो जाए, तो इसमें आधा टीस्पून हल्दी, एक टीस्पून धनिया के बीज, आधा टीस्पून जीरा और रातभर भीगे हुए मेथी के बीज डाल दीजिए। मेथी को भिगोने के बाद जो पानी बचता है, उसे फेंकने की बजाय उसी समय पी लीजिए, क्योंकि यह भी बहुत फायदेमंद होता है।
अब इस मिश्रण को 10 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दीजिए। लास्ट में इसमें एक चुटकी काली मिर्च डाल दीजिए और फिर गैस बंद कर दीजिए। अब इसे छानकर एक कप में निकाल लीजिए। अगर आप इसका स्वाद और ज्यादा बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इसमें थोड़ा सा नींबू का रस और शहद भी मिला सकते हैं। इससे न केवल स्वाद बढ़ेगा, बल्कि इसके लाभ भी और ज्यादा हो जाएंगे।
इस ड्रिंक को रोजाना सुबह खाली पेट पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
नियमित इस्तेमाल से आपको कुछ ही दिनों में इसका असर दिखने लगेगा। इस रेमेडी को आप एक बार में चार से छह हफ्तों तक लगातार पी सकते हैं। अगर इसके बाद भी आपको जरूरत महसूस हो, तो छह हफ्ते के बाद कुछ दिनों का ब्रेक ले लीजिए और फिर से इसे शुरू कर सकते हैं।
इस रेमेडी के साथ, आपको अपने पानी पीने की मात्रा भी बढ़ानी होगी। रोजाना कम से कम आठ से दस गिलास पानी जरूर पिएं, क्योंकि यह आपके शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करेगा।
इसके साथ-साथ, हाई प्यूरीन फूड्स से बचना भी बहुत जरूरी है। रेड मीट, ऑर्गन मीट (जैसे लिवर) और अल्कोहल जैसी चीजों से दूर रहें। ये सभी चीजें यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से बढ़ा सकती हैं, इसलिए इन्हें अवॉइड करना जरूरी है।
दोस्तो! आपको यह जानकरी कैसी लगी? हमे कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। स्वस्थ रहिए ,मस्त रहिए। हमेशा कुछ नया सीखते रहिए।
राधे राधे🙏🙏
Disclaimer : यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से प्रदान की गई है। कृपया अपने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी निर्णय को लेने से पहले एक योग्य चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें। इस जानकारी का उपयोग किसी पेशेवर चिकित्सीय सलाह या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए।