हनुमान जी के अनमोल वचन | Jai Shri Hanuman quotes in Hindi

हनुमान जी के अनमोल वचन -प्रिये भक्तो! जैसा कि आप सभी को पता है कि श्री हनुमान जी, प्रभु श्रीराम जी के अनन्य भक्त है जिनका नाम मात्र लेने से ही व्यक्ति का जीवन सही दिशा की तरफ बढने लगता है हनुमान जी के अनमोल वचन उनके भक्तों को शक्ति प्रदान करते हैं

ऐसे ही कुछ श्री हनुमान जी के अनमोल वचन इस लेख के द्वारा प्रदर्शित कर रहे है –

हनुमान जी के अनमोल वचन – Jai Shri Hanuman quotes in Hindi

1

हनुमान का नाम है कलयुग में महान

कोई भी संकट आए भारी

हनुमंत कर देते तुरंत समाधान।।

हनुमान  जी का नाम इसलिए महान है क्योकि वह कलयुग में जीवित बताये जाते हैं और उन्हें चिरंजीवी रहने का भी वरदान प्राप्त है। इसी कारण कोई भी संकट आप पर आए वह आपके कष्ट तुरंत दूर कर सकते हैं।  और उन्हें सभी सभी समस्याओं का समाधान करना आता है क्योकि उनके सभी प्रकार के वरदान हैं।

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2

लंक विध्वंस किए हनुमाना, रघुराई अति किए बखाना

तुम्हारी कृपा है शक्ति अपारा महाबली तुम जग पहिचाना।।

पवन पुत्र हनुमान ने लंका को जलाकर राख कर दिया था, अपनी बाहुबल का परिचय दिया था। जो सात योजन समुद्र पार कर लंका नगरी में गए और वहां अनेक पराक्रमी योद्धाओं का मान भंग किया। अक्षय कुमार का संघार किया, ऐसे महाबली जिन की प्रशंसा स्वयं श्री राम करते हैं। उसकी कृपा सभी जगत के प्राणी पहचानते हैं और अपना विश्वास हनुमान पर रखते हैं।

Jai Shri Hanuman quotes in Hindi
हनुमान जी के अनमोल वचन

3

करो कृपा मुझ पर है हनुमान, जीवन भर करूं मैं तुम्हें प्रणाम

जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं, हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं। । 

हे प्रिय भक्तवत्सल हनुमान मैं तुम्हें जीवन भर प्रणाम करता हूं। तुम सदैव भक्तों के हितों का ध्यान रखते हो, हम तेरे सदैव गुण गाते रहते हैं। जग में तुम्हारे सिवा और कौन है ? तुम ही हमारे मित्र, सखा, माता-पिता हो। हम तेरे ही गुण दिन-रात गाते हैं। तेरे चरणों में सदैव शीश नवाते हैं लाज रखना मेरे जीवन की दुख संकट ना आए कोई।

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4

भक्त ना होई हनुमान समाना, राम काज से परमार्थ जाना

हे कपीश्वर वंदन मैं कीन्हा, राम पद अनुराग मोहि दीन्हा।।

हनुमान के समान कोई भक्त नहीं है जो दूसरों के कार्य को अपना परमार्थ जानते हैं। ऐसे श्रेष्ठ कपीश्वर काम में वंदन करता हूं, जिनसे मुझे राम नाम का अनुराग प्राप्त होता है।।

हनुमान जी के अनमोल वचन

5

पैरों में बांधे घुंघरू नाचे हनुमाना

कहते हैं सब लोग इनको श्री राम का दीवाना

जहां भी होता है कीर्तन प्रभु श्री राम का

वही लगता है पहरा हमारे वीर हनुमान का।।

वीर हनुमान जो प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं , जिन्हें श्री राम की कृपा प्राप्त है। ऐसे वीर हनुमान अपने आराध्य के कीर्तन भजन में स्वतः  उपस्थित रहते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। स्वयं नाचते हैं और भक्तों के मन को आनंदित करते हैं। इन जैसा दीवाना और कोई नहीं हो सकता जो , अपने प्रभु के लिए स्वतः कीर्तन भजन करने लगते हैं।

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6

लीला रचने वाले को राजाराम कहते हैं

संकट हरने वाले को राम भक्त हनुमान कहते हैं।।

श्री राम को विष्णु का अवतार माना गया है, वह लीला पति भी है जो पूरी सृष्टि को माया के वशीभूत रखते हैं। अर्थात स्वयं राम मायापति हैं जो लीला रचते हैं। ऐसे मायापति श्री राम के भक्त हनुमान हैं, जो सभी संकट और भव बाधा को हर लेते हैं और अपने भक्तों को अभय प्रदान करते हैं।

हनुमान जी के अनमोल वचन

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7

संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमत बलबीरा

जय जय जय हनुमान गोसाई, कृपा करो गुरुदेव की नाई। ।

संकट और पीड़ा का निवारण केवल हनुमान के स्मरण मात्र से हो जाता है, क्योंकि हनुमान के भक्त जो होते हैं उनके आसपास किसी प्रकार का संकट नहीं आता। स्वयं संकट हनुमान भक्तों को देखते ही समाप्त हो जाता है। इसलिए हनुमान का नाम स्मरण करने से सभी संकट और पीड़ा दूर हो जाती है, बस ऐसे हनुमान जी की कृपा सदैव बनी रहे।

8

दुनिया को रचने वाले भगवान कहे जाते हैं

संकट विपदा हरने वाले हनुमान कहे जाते हैं

स्वर्ग में भी करते देवता जिसका अभिनंदन

ऐसे हनुमान जी का भक्त करते सदैव वंदन। ।

दुनिया कि जो रचना करते हैं वह भगवान कहे जाते हैं, जो संकट और विपदा को दूर भगाते हैं वह हनुमान कहे जाते हैं। ऐसे प्रभु हनुमान का जो स्वर्ग में भी पूजे जाते हैं। देवता जिसका गुणगान किए नहीं थकते ऐसे वीर हनुमान का भक्त सदैव वंदन करते हैं।

9

बजरंगबली का नाम लेकर पूर्ण कीजिए काज

भक्त प्रिय श्री राम के हृदय में विराज।।

10

क्यों डरता है दुखों से बंदे ले अंजनी पुत्र का नाम

काज तेरे पूर्ण होंगे ले हृदय से हनुमान का नाम।।

11

विश्वास में जिसके जीत है फिर क्यों लगाए अनुमान

भक्त वह निर्भय है जिसका ईश्वर है हनुमान।।

जो हनुमान जी का भक्त होता है उसका विजय सदैव तथा सर्वत्र होता है। उसे अनुमान और किसी संशय की आवश्यकता नहीं होती। जो एक बार हनुमान को ईश्वर मांन लेता है तथा स्वयं उनका भक्त मान लेता है, फिर हनुमान की भक्ति उसे प्राप्त हो जाती है।

12

सियाराम सिंहासन विराजे, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न काजे 

अंजनी लाल महाबलशाली प्रभु चरण नतमस्तक साजे।।

राम दरबार में सियाराम सिंहासन के ऊपर विराजते हैं , भरत लक्ष्मण शत्रुघ्न जो उनके छोटे भाई हैं, वह सदैव उनके कार्य करने को आतुर रहते हैं। मां अंजनी के लाल, पवन पुत्र हनुमान जो महा बलशाली हैं वह सदैव प्रभु श्री राम के चरणों में नतमस्तक रहते हैं और उनके चरणों में अपना संसार देखते हैं।

13

राम का हूं भक्त मैं रुद्र का अवतार हूं

अंजनी का लाल हूं मैं दुर्जनो का काल हूं

साधु जन के साथ हूं मैं निर्बलों की आस हूं

सद्गुणों का मान हूं मैं हां मैं वीर हनुमान हूं। ।

हनुमान जी जो राम के भक्त हैं और शिव के रूद्र अवतार हैं। अंजनी के लाल हैं यही दुर्जनो के लिए काल हैं। साधु सन्यासियों के साथ हैं और निर्बल असहाय लोगों के लिए आस है। सद्गुणों का जहां निवास है वहां हनुमान का वास है। हां यही है वह वीर महाबली हनुमान।

14

बजरंग रखना सदैव ध्यान

जीवन में ना कोई संकट आवे

तू ही तो है बस एक महान

बजरंग रखना मेरा ध्यान।।

15.

मेरे हनुमान जी मेरे साथ हैं

इसी कारण

दुनिया का कोई भी डर

मेरे लिए एक हंसी का पात्र है

मुझे कोई भी नहीं डरा सकता

16.

दुख और कष्टों का नाश होता है

जिसके हृदय में हनुमंत का वास होता है

प्यार से भजे जो कोई उसका नाम

सब संकट का विनाश होता है ।।

17.

जिसके मन में राम , तन में राम

स्वास के कण-कण में राम

भक्त प्रिय लागे जो मेरे प्यारे हनुमान।।

18.

दुख दरिद्र निकट नहीं आवे

महावीर जब नाम सुनावे।।

19.

हे बजरंगी तुम मुझे

बल बुद्धि विद्या प्रदान करो

मैं तुम्हारी शरण में हूं

जय वीर बजरंगी की।

20.

दुनिया की रचना जो करें कहते उसे भगवान हैं

दीन दुखियों की जो पीड़ा हरे वही तो हनुमान है।।

21.

मां अंजनी के लाल तेरी लीला बड़ी कमाल

जो ध्यावे मनसे तुझको हो जावे वो निहाल।।

22.

कण-कण में शिव का वास है जन-जन में व्याप्त श्री राम

मां जानकी हृदय बिराजे, मन को भावे श्री हनुमान।।

23.

श्रीराम का वरदान जिसे है गदा है जिसकी शान

भक्तों के जो प्रिय हैं संकट मोचन हनुमान।।

बजरंगी जिनका नाम है , दुख संकट हरना काम

ऐसे श्री भगवान को बारंबार प्रणाम।।

24.

जिनकी कृपा से होते सारे काम 
ऐसे है मेरे हनुमान ,संका सारी मिट जाती है जो लेता तेरा नाम
अजब कृपा है आपकी हे पवनपुत्र हनुमान

25.

श्रीराम भजन जो मन कर ले
वो हनुमान को पायेगा
मिट जायेंगे सारे पाप सभी
जो हनुमत कीर्तन गायेगा

26.

जय हनुमंत संत हितकारी,
सुन लीजे प्रभु अरज हमारी
जन के काज बिलम्ब ना कीजे
आतुर दौरि महा सुख दीजे

27.

दुनिया चले ना श्रीराम के बिना
राम जी चले ना हनुमान के बिना

जय श्री कृष्णा 🙏🙏 जाने क्या होता है समर्पण? एक बार अवश्य पढ़े! 🙏🙏

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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