भगवान से बिना मांगे कैसे बात करें -Premanand Maharaj ji
राधे राधे!🙏🙏
भगवान से बिना मांगे कैसे बात करें
भगवान से कुछ नहीं माँगना चाहिए, पर माता-पिता इच्छापूर्ति के लिए अनुष्ठान करवाएँ तो क्या करें?
राधे राधे जी। राधे-राधे महाराज जी। महाराज जी, आपके सत्संग को सुनकर हमें यह ज्ञात हुआ कि भगवान से कुछ भी इच्छा नहीं करनी चाहिए और कुछ भी मांगना नहीं चाहिए। सब कुछ प्रभु की इच्छा पर छोड़ देना चाहिए। परंतु यदि माता-पिता कहते हैं कि पूजा करते समय या मंदिर जाते समय यह मांग लो, या फिर किसी विशेष इच्छा की पूर्ति के लिए कोई अनुष्ठान करवाते हैं, तो उस समय हमें क्या करना चाहिए?
महाराज जी ने उत्तर में कहा — “हां जी, तर्क-वितर्क नहीं करना चाहिए। अपने अंदर के भाव को भगवान भली-भांति जानते हैं। हमें प्रकट में भगवान से यही कहना चाहिए — ‘जे विधि होए नाथ हित मोरा, करहु सो वेग दास मैं तोरा’। अर्थात्, हे प्रभु! जिस विधि से मेरा परम कल्याण हो, जिस प्रकार से मैं आपको प्रेम कर सकूं, आपका भजन कर सकूं, अच्छे आचरण में चल सकूं — बस वही कृपा करना।”

महाराज जी ने समझाया कि बाहर से यदि माता-पिता कुछ कह रहे हैं, तो वह कर देना चाहिए क्योंकि वे माता-पिता हैं। भक्ति हमें विरोध नहीं सिखाती। भक्ति हमें झगड़ा नहीं सिखाती। भक्ति तो हमें प्रेम करना सिखाती है। भक्ति कहती है — सबसे प्रेम करो, सबको आनंद प्रदान करो, और स्वयं में सुरक्षित रहो। किसी के प्रेम या आसक्ति में फंसकर कोई गलत आचरण मत करो।
महाराज जी ने आगे कहा — “समझ पा रहे हो आप? कभी-कभी जब मन में क्रोध आता है, तो यही कारण होता है कि हम अपनी भावना को सामने वाले से भिड़ा देते हैं। इसलिए अंदर से अपने भाव शुद्ध और स्थिर रखो और बाहर से जैसा माता-पिता कह रहे हैं, वैसा कर दो। क्योंकि वे कोई पाप करने को नहीं कह रहे हैं, बल्कि पुण्य कर्म की बात कह रहे हैं।”
“अपना ज्ञान उनके ऊपर थोपो मत। अपनी भावना उनके सामने व्यक्त मत करो। उनकी भावना में सहयोग दो, और भगवान से अपने अंदर की सच्ची भावना को साझा करो। क्योंकि भगवान तो अंतर्यामी हैं — वे आपके अंतर की बात जानते हैं। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपकी हानि नहीं होगी, आपको क्रोध नहीं आएगा, और आपका व्यवहार भी सुंदर और शांति से चलता रहेगा।”
राधे राधे!🙏🙏
आध्यात्मिक ज्ञानवर्धक कहानियां | Spiritual Knowledge in Hindi
राधे राधे एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े
हमारे शरीर और मानसिक आरोग्य का आधार हमारी जीवन शक्ति है। वह प्राण शक्ति भी कहलाती है।
Radhe radhe 🙏