देशभक्ति कविता छोटी सी –देशभक्ति हमारे हृदय की भावना है, जो हमें अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण की प्रेरणा देती है। यह वह जज्बा है, जो हर भारतीय को अपने राष्ट्र के लिए कुछ करने का हौसला देता है। देशभक्ति कविताएँ इस भावना को शब्दों में पिरोकर हमारे दिलों में जोश और गर्व भर देती हैं।
मिट्टी की खुशबू, हवा का तराना,
मिट्टी की खुशबू, हवा का तराना,
भारत है अपना, यह सबसे न्यारा।
शौर्य और बलिदान की है कहानी,
वीरों के संग सजी यह वाणी।
हिमालय ऊँचा, गर्व का प्रतीक,
गंगा-यमुना के जल का संगीत।
हर दिल में बसता तिरंगे का मान,
देश के लिए है जीवन कुर्बान।
जो सीमा पर प्रहरी बनकर खड़े,
उन वीरों को हम दिल से याद करें।
हर सूरज की पहली किरण कहे,
भारत माँ तेरे चरणों में रहें।
आओ कदम से कदम मिलाएं,
नव भारत का सपना सजाएं।
प्रगति की राह पर साथ चलें,
भारत को फिर से महान करें।
जय तिरंगा, जय हिंदुस्तान,
भारत माता की सदा रहे शान।
हर भारतवासी का यही है कहना,
देश के लिए जीना, देश के लिए मरना।
वीरों की धरती, बलिदानों की शान
वीरों की धरती, बलिदानों की शान,
भारत माता का अद्भुत अभियान।
हर बूंद लहू में देश का नाम,
जय हिंद, जय भारत का रहता गान।
आकाश गूंजे तिरंगे की जय,
धरती बोले वीरों की जय।
हर कण-कण में स्वाभिमान की गाथा,
देश हमारा है, हम हैं उसकी परिभाषा।
सीमा पर जो खड़ा अडिग सिपाही,
हर सांस में है वतन की चाही।
नमन उस मिट्टी को, जिसने हमें पाला,
भारत माँ की सेवा ही हमारा निवाला।
आओ मिलकर ये प्रण करें,
अपने देश को स्वच्छ करें।
भ्रष्टाचार से दूर हटाएं,
भारत को फिर स्वर्ण बनाएँ।
रंगों में सजे तिरंगे की आन,
हर दिल में हो देश का सम्मान।
जय जवान, जय किसान का नारा,
हम सब हैं भारत के सहारा।
देश के नाम संदेश
चमकता सूरज, बहती धारा,
यह देश हमारा, सबसे प्यारा।
हर बूंद पसीने की कथा सुनाती,
भारत की धरती अमर कहानी गाती।
वीर जवानों का गर्वित बलिदान,
उनके सपनों का करें सम्मान।
हर कण-कण में बसे जो प्राण,
भारत के लिए हो सदा अरमान।
चलो बढ़ाएं शिक्षा की ज्योति,
हर बच्चे को दें नई रोशनी।
हर गांव, हर गली बने सशक्त,
भारत के सपने हों पूर्ण स्पष्ट।
माँ तुझे सलाम
ओ मेरी माँ, तुझे सलाम,
तेरे चरणों में सारा जहान।
तेरे रंगों से सजी धरा,
तेरी माटी का कौन करे बरा।
तूने सिखाया, जीना सच्चा,
हर बुरा वक्त सहना अच्छा।
तेरी गोद में चैन है पाता,
हर भारतवासी तुझसे नाता।
तेरा इतिहास गर्वित करता,
तेरी संस्कृति मन को भरता।
ओ भारत माँ, तुझे प्रणाम,
तेरे आशीष से चमके नाम।
नई सुबह का वादा
आओ करें नई सुबह का वादा,
हर दिशा में फैले प्रेम का धागा।
नफ़रत की दीवारों को गिराएं,
एकता और शांति का दीप जलाएं।
भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाएं,
न्याय और सच्चाई को अपनाएं।
देश की मिट्टी का मान रखें,
हर सपने को उड़ान दें।
स्वाभिमान से कहें यह बात,
भारत को बनाना है खास।
नए युग का निर्माण करें,
अपना भारत महान करें।