अगर आप भगवान पर भरोसा करके भजन करना शुरू कर देंगे, तो भविष्य की चिंता खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगी। जहाँ ज़्यादा सोच (ओवरथिंकिंग) होती है, वहाँ भगवान का नाम जपना शुरू करो — सब ठीक हो जाएगा। चिंता मत करो, भगवान का चिंतन करो। चिंता करने से मन दुखी होता है, लेकिन भगवान का ध्यान करने से मन शांत होता है और नींद भी अच्छी आती है।
भगवान पर विश्वास रखो। जैसे एक कहावत है —
अजगर करे ना चाकरी, पंछी करे ना काम
दास मलूका कह गए, सबके दाता राम।
अजगर कुछ नहीं करता, फिर भी उसे खाना मिलता है। पक्षी काम नहीं करते, फिर भी उन्हें दाना मिल जाता है। दास मलूका कहते हैं कि भगवान ही सबको देने वाले हैं। आसपास के लोग अगर आपको नीचे खींचने की कोशिश कर रहे हैं, तो चिंता मत करो। अगर भगवान आपको ऊपर उठाना चाहें, तो कोई भी आपको रोक नहीं सकता।

अगर ध्यान भटकता है तो बार-बार भगवान का नाम लो। थोड़ा समय भजन में लगाओ, समय से सोओ, उठो और जरूरत हो तो दवाइयाँ भी लो ताकि मन और शरीर ठीक रहें। जब मन बार-बार उलझने लगे या बुरे ख्याल आने लगें, तब नाम जप करो। कई लोग बुरे ख्यालों में फँसकर गलत कदम उठा लेते हैं — ये बिल्कुल नहीं करना चाहिए। भगवान का नाम सब ठीक कर देगा, बस लगे रहो।
अगर आपको कभी लगे कि आप हार गए हो, तो याद रखो — आप तो अभी बहुत छोटे हो, आपकी पूरी जिंदगी बाकी है। भगवान का सहारा लो, विश्वास रखो। जब हम भगवान को अपनाते हैं, तो वह हमें कई रूपों में प्यार देते हैं। बस जुड़ जाओ भगवान से — सब कुछ बदल जाएगा।
मैंने आपको तन, मन, धन से गुरु मान लिया है, तो क्या भगवत् प्राप्ति के लिए दीक्षा लेना ज़रूरी है?
आध्यात्मिक ज्ञानवर्धक कहानियां
राधे राधे एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े
हमारे शरीर और मानसिक आरोग्य का आधार हमारी जीवन शक्ति है। वह प्राण शक्ति भी कहलाती है।