राधे राधे जपने से क्या लाभ है-What is the benefit of chanting Radhe Radhe
राधे-राधे🙏🙏
राधे राधे जपने से क्या लाभ है
आप हर समस्या का हल नामजप ही क्यों बताते हैं, क्या कोई आसान उपाय नहीं ?
हां यह बिल्कुल सत्य है। हमारी हर समस्या का समाधान नाम जप ही है बिना नाम जप के कोई भी पाप नहीं मिट सकता। कोई उपाय काम नहीं करता।
ऐसा कोई बाहरी उपाय नहीं है जो हमारे किए हुए पापों के कष्ट को काम करता हो।
दीपक जला दो, हवन करवा लो, कलवा बंधवा लो और सब ठीक हो जाएगा यह सब नौटंकी है अगर ऐसा होता तो 10, 20 तन घी जलाकर सबका कल्याण हो जाता, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
असली पाप तो हमारे अंदर से उत्पन्न होता है। हमारे भीतरी चिंतन से होता है, तो इसका समाधान भी हमारे अंदर ही संभव है। जैसे इस शरीर रूपी बिल के अंदर सांप बैठा है,तो आप बाहर से सैकड़ो लाठी मार लो उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जब तक कि आप बिल के अंदर घुसकर उसकी नहीं मरोगे, वह नहीं मरेगा।
इस प्रकार हमारे शरीर के अंदर जो पाप छिपे हैं वह यह सब किए हुए बाहरी दिखाओ उसे नष्ट नहीं होगा। उसके लिए तो नाम जप ही आवश्यक है।
लोग सोचते हैं गंगा स्नान करने से हमारे पाप नष्ट हो जाते हैं। लेकिन यहां पाप की प्रवृत्ति को नष्ट नहीं करता। यह पाप तो केवल भजन से ही नष्ट होगा।
अगर मनुष्य जन्म में भजन नहीं किया तो यह समझ लो कि हर समस्या हमारी यूं ही बनी रहेगी। कोई भी उपाय काम नहीं करेगा चाहे जितना भी जंतर मंतर करवा लो, हवन करवा लो कुछ भी काम नहीं करेगा इसका सिर्फ एक ही समाधान है नाम जप।
लोग सोचते हैं कि पंडित जी को बुला ले, ब्राह्मण को बुला ले और उनसे पूजा करवा ले पाठ करवा ले और हम कुछ ना करें, पर अगर पाप तुम कर रहे हो तो, उसका समाधान भी तुम्हें ही करना होगा। पंडित जी नहीं कर सकते हैं। बाहरी साधनों से इस पर कोई असर नहीं होता, चाहे जितनी भी पूजा पाठ कर लो।
स्वप्न में कोई व्यक्ति समुद्र में डूब रहा है और चिल्ला रहा है बचाओ बचाओ। अब अगर हम उसके पास सैकड़ो तैराक भी खड़ा कर दें, नाव भेज दे, तो क्या वह बच जाएगा ? नहीं वह नहीं बच सकता, क्योंकि वह स्वप्न देख रहा है। उसी प्रकार उसका सिर्फ एक ही उपाय है और वह यह कि उसे जगा दो, जैसे ही वह स्वप्न से जागेगा, वह बच जाएगा। ऐसी ही यह संसार रूपी माया है जब तक ज्ञान और भजन नहीं होगा हम इस माया में डूबे रहेंगे।
हमें इस स्वप्न से जागना पड़ेगा और तुम्हें जो नाम प्रिय हो राम-राम, राधा राधा, कृष्णा कृष्णा, उसका सुमिरन करना पड़ेगा। नाम जप ही हमें इन सभी परेशानियों से मुक्ति दिला सकता है।
आजकल लोग सोचते हैं, थोड़ी पूजा कर लो, थोड़ा दान दे दो तो सब ठीक हो जाएगा और फिर वही पाप कर लिया। ऐसे समाधान नहीं होता जब तक कि हम पाप की जड़ को नष्ट न कर दे।
जब तक कि हमारे भीतर पाप की प्रवृत्ति रहेगी, तब तक उसमें ज्ञान नहीं जागेगा। तब तक कुछ नहीं होगा इसलिए नाम जप करना अनिवार्य है।

महाराज जी कैसे पता चलेगा कि हमारे पाप नष्ट हो रहे हैं ?
जैसे-जैसे पाप नष्ट होते हैं। वैसे वैसे ही हमारी चिंता भय शोक सभी समाप्त होते जाते हैं। हमारे हृदय में एक अलग ही आनंद का अनुभव होने लगता है। कि अब मैं निष्पाप हो रहा हूं। हमारा भजन बढ़ जाता है। हमें भगवान प्रिय लगने लगते हैं। हमें धर्म की बातें अच्छी लगने लगती है। गंदे विचार हमारे मन में नहीं आते हैं। यही हमारी पवित्रता के लक्षण है।
एक पापी व्यक्ति हमेशा चिंता डिप्रेशन शोक में डूबा रहता है। उसे नकारात्मक विचार घिरे रहते है। यहां तक की उसके मन में कई बार आत्मघात के विचार भी आने लगते हैं।
अरे मनुष्य जीवन मिला है, हमें उसे अच्छे कर्मों में लगाना है ना की समस्या बढ़ने के लिए, लेकिन लोग इसे समझते नहीं, उल्टा इस समस्या बढ़ने में लगा देते हैं। हमें मनुष्य जीवन बड़े ही सौभाग्य से प्राप्त होता है 84 लाख योनियों में से एक भी ऐसी नहीं है, जिसमें भजन करके भगवान को पाया जा सके। एक मात्र हमारा मनुष्य शरीर ही या काम कर सकता है। लोग उसे भी गंदे क्रियाकलापों में लगा देते हैं।
मनुष्य शरीर ही एकमात्र साधन है जिससे हम भगवत प्राप्ति कर सकते हैं, इसलिए जब तक यह शरीर है और उसमें विश्वास है तब तक निरंतर हमें नाम जप करते रहना चाहिए। यही हमारी सभी समस्याओं का समाधान है और इसी से हमारा कल्याण होगा।

राधे-राधे🙏🙏
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राधे राधे एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े
हमारे शरीर और मानसिक आरोग्य का आधार हमारी जीवन शक्ति है। वह प्राण शक्ति भी कहलाती है।