भगवान हमें दुख क्यों देते हैं- दुख क्यों होता है-प्रेमानंद महाराज जी
राधे राधे!🙏🙏
महाराज जी! भगवान तो दयालु हैं फिर वो हमें गलत काम करने ही क्यों देते हैं ?
महाराज जी! इस दुनिया में ईश्वर की कृपा के बिना कुछ भी नहीं होता वह भी दिन करते हैं और वही रात करते हैं उनकी मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता है। प्रभु तो इतने दयालु है फिर उन्होंने इतनी बुराई क्यों बनाई क्यों हमें बुरे कर्म करने की छूट दी
हां बच्चा यहां बिल्कुल सच है वह बहुत दयालु है और साथ ही न्याय प्रिय भी है जैसे किसी स्कूल में अच्छे नंबर लाने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। तुम्हें कुछ परीक्षाएं देनी होगी उन्हें पास करना होगा और अच्छे नंबरों से पास करना होगा तभी हमें डिग्रियां मिलती है। फिर हमे हमारी योग्यता अनुसार पद मिलता है। वैसे ही भगवान ने जीवन में भी कई रास्ते होते हैं। हमें उन रास्तों को अपने विवेक से चुनना होता है और अच्छे कर्म करते हुए, उन रास्तों में बढ़ाना होता है।

ईश्वर ने हमें अपने रास्ते चुनने की स्वतंत्रता दी है कि मनुष्य अपने मन से अच्छे कर्म भी कर सकता है और बुरे कर्म भी।
अब बहुत बार हमसे सवाल किया जाता है कि भगवान अगर दयालु है तो उन्होंने बुराई बनाई ही क्यों?
तो इसका यही जवाब होगा कि जैसे उजाला है तो अंधेरा भी होगा। अच्छाई है तो बुराई भी होगी।

लेकिन हमें किस रास्ते पर चलना है, वह हमारा चुनाव होगा। ईश्वर का हर काम हमारे भले के लिए होता है। अगर वह सजा देते हैं तब भी इसमें सुधार छुपा होता है हमारे अपने कर्मों का फल होती है भगवान ने एक नियम बना दिया है जो जैसा करेगा वैसा ही फल स्वरूप प्राप्त करेगा।
लेकिन अगर आप भगवान की शरण में जाओगे और सच्चे मन से अपने आप को समर्पित करोगे तो वह तुम्हारा मार्गदर्शन करेंगे वह तुम्हें खुद बुराई करने से रोक लेंगे।
लेकिन मनुष्य तो अपने अहंकार में होता है और अपने कर्मों के दलदल में खुद ही फंस जाता है
राधे राधे!🙏🙏
आध्यात्मिक ज्ञानवर्धक कहानियां | Spiritual Knowledge in Hindi
राधे राधे एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े
हमारे शरीर और मानसिक आरोग्य का आधार हमारी जीवन शक्ति है। वह प्राण शक्ति भी कहलाती है।