झूठे गुरु से कैसे बचें | Tantrik se kaise Bache | Premanand Maharaj ji | एकांतिक वार्तालाप : 10

कभी-कभी हम जीवन में ऐसे लोगों पर भरोसा कर लेते हैं, जो ऊपर से तो साधु या गुरु दिखते हैं, लेकिन अंदर से बिल्कुल कुछ और होते हैं। हमारे साथ भी ऐसा ही हुआ। हमने एक गुरु को अपना मान लिया। लेकिन धीरे-धीरे पता चला कि उनकी नजर घर-परिवार, बहन-बेटियों और हमारे धन पर थी। बाद में समझ आया कि वो कोई सच्चे संत नहीं, बल्कि एक तांत्रिक थे।

जब हम उन्हें छोड़ने लगे, तो उन्होंने धमकी दी कि “अगर तुमने मुझे छोड़ा तो मैं तुम्हारा घर बर्बाद कर दूंगा।” अब सोचिए, जो खुद को भगवान का भक्त कहे और दूसरों को डराए, वो कैसा संत होगा

लेकिन सच तो यही है — भगवान ही सृष्टि के रचयिता हैं, वही पालन करते हैं और वही इस संसार का अंत भी करते हैं। कोई भी इंसान — चाहे वह कितना भी बड़ा तांत्रिक क्यों न हो — भगवान के विधान को नहीं बदल सकता। उन्होंने हमें चुनौती दी थी कि “मैं तुम्हारा एक बाल भी गिरा सकता हूँ।” हमने कहा, “अगर तुम इतने शक्तिशाली हो तो हमारा एक रोम (बाल) तोड़ के दिखाओ।” लेकिन वो कुछ नहीं कर पाए।

मृत्यु का भय क्यों होता है
                    मृत्यु का भय क्यों होता है

ऐसे लोग बाहर से साधु जैसा भेष रखते हैं, लेकिन अंदर से उनकी नीयत गंदी होती है। जैसे रामायण में कालनेमि ने साधु का वेश धारण किया था ताकि हनुमान जी को धोखा दे सके। आज भी ऐसे ही बहुत से लोग इस भेष में छिपकर दूसरों का शोषण करते हैं।

लेकिन जो सच्चे साधक होते हैं, वो गलती करने पर रोते हैं, पश्चाताप करते हैं और भगवान से माफी मांगते हैं। वे कभी भी नीच हरकतें नहीं करते और न ही दूसरों को डराते हैं। जो खुद को भगवान का भक्त कहकर दूसरों की बहन-बेटियों पर नजर रखे, वो इंसान नहीं — पाप की मूर्ति है।

आजकल जब परिवार में कोई परेशानी आती है, लोग डर जाते हैं कि कहीं उसी तांत्रिक का असर तो नहीं! अरे नहीं! दुनिया में हर किसी के जीवन में सुख-दुख आते हैं। ये सब हमारे अपने कर्मों का फल होता है। किसी तांत्रिक या झूठे गुरु की वजह से नहीं।

Relationship between positive thinking and Maa Lakshmi
               सकारात्मक सोच और मां लक्ष्मी का संबंध

अगर आप सच में इन चीजों से निकलना चाहते हो, तो बस एक उपाय है — भगवान का नाम लो। नाम जप से ही सारी परेशानियाँ दूर होंगी। भगवान का नाम ही वह शक्ति है जो हमारे पापों को जला सकता है, जो हमारे घर को अमंगल से बचा सकता है।

जो विपत्तियाँ आती हैं, वो हमारे पुराने कर्मों की वजह से आती हैं। लेकिन नाम जप से वो सब मिट जाती हैं। कोई तांत्रिक, कोई बाबा, कोई ढोंगी — हमारे भाग्य को नहीं बदल सकता। हाँ, हम अपने कर्म, अपने विश्वास, और भगवान के नाम से अपना जीवन जरूर बदल सकते हैं।

ऐसे लोग कहते हैं कि “तुम्हारा भाग्य हम बदल देंगे”, “तुम्हारा सुख छीन लेंगे”, लेकिन असल में वो आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते। आज से ही ठान लो — हमारे जीवन का रक्षक सिर्फ भगवान है, कोई ढोंगी नहीं।

नाम जप करना शुरू करो। राधा राधा, कृष्ण कृष्ण, हरि हरि, शिव शिव — जो नाम तुम्हारे मन को लगे, वो जपो। रोज आधा घंटा ताली बजाकर कीर्तन करो। देखना, धीरे-धीरे घर की सारी नकारात्मकता, सारी अमंगल ऊर्जा खुद-ब-खुद दूर हो जाएगी।

जहां राधा नाम की ध्वनि गूंजेगी, वहां मंगल ही मंगल होगा।
“को न काहू के सुख-दुख कर दाता, निज कृत कर्म भोग सुन भ्राता।”
हर कोई अपने कर्मों का फल भोगता है।
“का हनुमंत विपत्ति प्रभु सोई, जब तो सुमिरन भजन न होई।”
जब तक हम भगवान को याद नहीं करेंगे, विपत्तियाँ आती रहेंगी।

तो अब डरने की जरूरत नहीं। सिर्फ नाम लो, प्रेम से लो — और फिर खुद देखो चमत्कार।

राधे राधे!🙏🙏

आध्यात्मिक ज्ञानवर्धक कहानियां | Spiritual Knowledge in Hindi

राधे राधे 🙏🙏 एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े 🙏

हमारे शरीर और मानसिक आरोग्य का आधार हमारी जीवन शक्ति है। वह प्राण शक्ति भी कहलाती है।

 

Leave a Comment

error: