चंदनबाला | Chandanbala Story in Hindi

भगवान महावीर का कठिनतम अभिग्रह

राधे राधे 🙏🙏

दोस्तों, भगवान महावीर अपनी कठोर तपस्या और संयम के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने हमेशा अपने नियमों और व्रतों को बहुत ही दृढ़ता से निभाया। एक बार, उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे तभी भोजन ग्रहण करेंगे जब कुछ विशेष शर्तें पूरी होंगी। ये शर्तें अत्यंत कठिन थीं, जिन्हें पूरा करना लगभग असंभव था। उनकी शर्तें इस प्रकार थीं:

  1. भोजन अर्पित करने वाली राजकुमारी होनी चाहिए, जिसे परिस्थितियोंवश दासी बनना पड़ा हो।

  2. वह किसी राजा की बंदिनी होनी चाहिए, अर्थात उसके पैरों में लोहे की जंजीरें बंधी होनी चाहिए।

  3. वह गंजा होनी चाहिए, अर्थात उसके सिर पर कोई बाल न हो।

  4. वह भूखी हो और उसकी आँखों में आँसू भरे हों।

  5. उसके हाथों में केवल दाल (अदाद ना बाकुड़ा) होनी चाहिए।

  6. जब वह भोजन अर्पित करे, तब उसका एक पैर घर के अंदर और दूसरा घर के बाहर होना चाहिए।

ये शर्तें इतनी कठिन थीं कि चार महीने बीत गए, लेकिन कोई भी व्यक्ति उन्हें पूरा नहीं कर सका। भगवान महावीर का उपवास जारी रहा। इस स्थिति को देखकर राजा ने आदेश दिया कि उनके राज्य के सभी लोग भगवान के लिए सर्वोत्तम भोजन तैयार करें ताकि वे अपना उपवास तोड़ सकें। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।

चंदनबाला की करुणामयी कथा

चंपा नगरी में राजा दधिवाहन और रानी धारिणी की पुत्री वसुमती रहती थी। वह बहुत ही कोमल हृदय और बुद्धिमान थी। लेकिन समय की मार ने उसकी किस्मत बदल दी। पड़ोसी राज्य के राजा ने उसके पिता पर आक्रमण कर दिया। राजा दधिवाहन युद्ध हार गए, और इस युद्ध के कारण उनका पूरा परिवार बिछड़ गया।

इसी अराजकता में एक ऊँटवाले ने वसुमती को पकड़ लिया और उसे कौशाम्बी ले गया। वहां उसने उसे बेचने का निर्णय किया। एक धनी व्यापारी धनवर सेठ ने वसुमती को देखा और समझ गया कि यह कोई साधारण लड़की नहीं, बल्कि किसी उच्चकुलीन परिवार की संतान है। करुणावश, उसने वसुमती को खरीद लिया और उसे अपनी पत्नी मूला के पास ले गया।

धनवर सेठ ने मूला से अनुरोध किया कि वह वसुमती को अपनी बेटी की तरह रखे। मूला ने उसे चंदना नाम दिया और वह उनके घर में बेटी की तरह रहने लगी। सेठ बहुत प्रसन्न था, लेकिन उसकी पत्नी मूला को यह लगने लगा कि उसका पति चंदना के रूप-सौंदर्य से प्रभावित होकर उससे विवाह कर सकता है। यह शंका धीरे-धीरे ईर्ष्या में बदल गई।

चंदनबाला पर अत्याचार

एक दिन जब धनवर सेठ घर लौटा, तो उसका पैर धोने वाला नौकर अनुपस्थित था। चंदना ने आगे आकर सेठ के पैर धोने का कार्य किया। तभी उसके लंबे बाल ढीले होकर नीचे गिर गए। धनवर सेठ ने उसके बालों को गंदे होने से बचाने के लिए उन्हें उठाया और पीछे कर दिया। मूला ने यह दृश्य देख लिया और उसके मन में शक और अधिक गहरा हो गया।

कुछ समय बाद, जब धनवर सेठ व्यापार के सिलसिले में शहर से बाहर गया, तो मूला ने एक नाई को बुलाकर चंदना के सारे बाल कटवा दिए और उसे गंजा कर दिया। इतना ही नहीं, उसने चंदना के पैरों में भारी लोहे की जंजीरें डाल दीं और उसे तहखाने में बंद कर दिया। फिर वह अपने मायके चली गई।

तीन दिन बाद जब धनवर सेठ वापस लौटा, तो उसने चंदना को घर में नहीं पाया। वह बेचैन होकर इधर-उधर ढूंढने लगा। तभी पड़ोस की एक बूढ़ी औरत ने उसे बताया कि उसकी पत्नी ने चंदना के साथ क्या किया है।

चंदनबाला
चंदनबाला

भाग्य का चमत्कार

धनवर सेठ दौड़कर तहखाने में गया और चंदना को उस दयनीय स्थिति में देखकर रो पड़ा। उसे बहुत दुःख हुआ। उसने रसोई में जाकर कुछ भोजन ढूंढा, लेकिन वहाँ सिर्फ सूखी दालें (अदाद ना बाकुड़ा) पड़ी थीं। उसने वही दालें चंदना को दीं और कहा, “बेटी, तुमने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया है, कृपया इसे ग्रहण करो। मैं अभी लोहार को बुलाता हूँ जो तुम्हारी जंजीरें काट देगा।”

लेकिन चंदना ने भोजन करने से पहले किसी संत को भिक्षा देने की इच्छा जताई। तभी उसने देखा कि भगवान महावीर उनके घर की ओर आ रहे हैं। वह अत्यंत हर्षित हुई और जल्दी से दरवाजे की ओर भागी। लेकिन उसके पैरों में जंजीरें थीं, जिससे वह पूरी तरह से बाहर नहीं आ सकी—इस प्रकार, उसका एक पैर घर के अंदर और दूसरा बाहर था।

भगवान महावीर की परीक्षा

चंदना भगवान को भोजन अर्पित करने ही वाली थी कि अचानक भगवान महावीर वापस लौटने लगे। वह स्तब्ध रह गई। ऐसा क्यों हुआ? उसने देखा कि भगवान की ‘आँखों में आँसू’ वाली शर्त अभी पूरी नहीं हुई थी। वह अत्यंत दुखी हुई और उसकी आँखों से आँसू छलक पड़े।

भगवान महावीर ने पीछे मुड़कर देखा और देखा कि चंदना रो रही थी। अब उनकी अंतिम शर्त भी पूरी हो चुकी थी। वे वापस आए, चंदना से दाल ग्रहण की और पाँच महीने पच्चीस दिन बाद अपना उपवास तोड़ा।

चंदनबाला का पुनः सम्मान

जैसे ही भगवान ने भिक्षा ग्रहण की, स्वर्गीय देवताओं ने चंदना के लोहे की जंजीरें खोल दीं और उसे स्वर्ण आभूषण, सुंदर वस्त्र, लंबे बाल और पायल प्रदान की। चंदना स्वयं को इस रूप में देखकर चकित रह गई। वह समझ गई कि यह सब भगवान महावीर की कृपा का परिणाम था। उसने पूरी निष्ठा के साथ स्वयं को भगवान के चरणों में समर्पित कर दिया।

राजा शैतानिक को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो वे अपने परिवार और मंत्रियों के साथ वहाँ पहुंचे। उनके एक मंत्री ने चंदना को पहचान लिया और कहा, “राजन, यह कोई साधारण दासी नहीं, बल्कि चंपा नगरी की राजकुमारी वसुमती है, जो राजा दधिवाहन और रानी धारिणी की पुत्री है।”

राजा और रानी उसे अपने महल में ले गए और बहुत स्नेह दिया। लेकिन चंदना का हृदय अब सांसारिक मोह से ऊपर उठ चुका था। जब उचित समय आया, तो उसने भगवान महावीर से दीक्षा लेकर जैन धर्म की ननद बनना स्वीकार किया।

सारांश

चंदनबाला की यह कथा केवल भगवान महावीर के उपवास को तोड़ने की घटना नहीं है, बल्कि यह सिखाती है कि सच्ची भक्ति और त्याग के मार्ग पर चलने वालों के लिए ईश्वर स्वयं सहायता करते हैं। यह एक प्रेरणादायक कथा है, जो हमें धैर्य, सहनशीलता और समर्पण का मूल्य सिखाती है।

मुंशी प्रेमचंद

मुंशी प्रेमचंद | बूढ़ी काकी | मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियां | हिंदी कहानियाँ

मुंशी प्रेमचंद बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा-स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष ...
राम नाम जप के चमत्कार

राम नाम जप के चमत्कार | राम नाम रटने के फायदे | राम नाम की महिमा Miracles of chanting the name of Rama in hindi

राम नाम जप के चमत्कार राम-नाम एक अग्नि बीज है, जानिये कैसे राम नाम का एक जाप संपूर्ण विष्णु सहस्रनाम ...
चंदनबाला

चंदनबाला | Chandanbala Story in Hindi

चंदनबाला भगवान महावीर का कठिनतम अभिग्रह राधे राधे 🙏🙏 दोस्तों, भगवान महावीर अपनी कठोर तपस्या और संयम के लिए प्रसिद्ध ...
कृष्ण का विराट रूप

कृष्ण का विराट रूप: ब्रह्मांड का दिव्य स्वरूप | प्रसंग | Gupt Gyaan

कृष्ण का विराट रूप: ब्रह्मांड का दिव्य स्वरूप राधे राधे 🙏🙏 दोस्तों, कृष्ण का विराट स्वरूप केवल एक दृश्य नहीं ...
महाशिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता है

महाशिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता है | महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है | Mahashivratri 2025

महाशिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता है वैसे तो साल में 12 शिवरात्रि पड़ती हैं लेकिन फाल्‍गुन कृष्‍ण पक्ष की ...
मोटिवेशनल स्पीच इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स

मोटिवेशनल स्पीच इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स | Motivaional Speech in Hindi for Students | Powerful Motivational Speech

मोटिवेशनल स्पीच इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स | Motivaional Speech in Hindi for Students राधे राधे 🙏🙏 दोस्तों! जब भी आप ...
कर्म का चक्र

कर्म का चक्र | Cycle of Karma | ज्ञानवर्धक लघु कहानी

कर्म का चक्र | Cycle of Karma राधे राधे 🙏🙏 दोस्तों! आज की कहानी में एक राजा ने ब्राह्मणों के ...
ईश्वर के संकेत

ईश्वर के संकेत | Signs of God | तुलसी दास जी की कहानी

ईश्वर के संकेत राधे राधे 🙏🙏 दोस्तों! आज आपके लिए गोस्वामी तुलसीदास जी की  एक बहुत ही सुंदर प्रेणादायक कहानी ...
सत्संग का अनसुना सत्य 

सत्संग का अनसुना सत्य | बिन सुने भी सत्संग | सत्संग ज्ञान की बातें

सत्संग का अनसुना सत्य  एक बहरा व्यक्ति प्रतिदिन संत के सत्संग में आता था, लेकिन वह कुछ भी सुन नहीं ...
कर्पूर गौरम करुणावतारं हिंदी में

कर्पूर गौरम करुणावतारं हिंदी में | कर्पूर गौरं मंत्र | Karpoor Gauram Mantra

कर्पूर गौरम करुणावतारं हिंदी में राधे राधे 🙏 दोस्तों! आज हम बात करते है जब भी हम किसी भी मंदिर ...
बुद्धि की विजय: बीरबल की अनोखी सीख

बुद्धि की विजय: बीरबल की अनोखी सीख:Victory of Wisdom: Birbal’s unique lesson

बुद्धि की विजय: बीरबल की अनोखी सीख सबसे बड़ी चीज़ की कहानी -एक बार की बात है, बीरबल दरबार में ...
अध्यात्म क्या है

अध्यात्म क्या है | What is Spirituality

अध्यात्म क्या है | What is Spirituality आध्यात्मिकता व्यक्ति को उनके अंतरंग जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार करने के ...
आध्यात्मिक ज्ञान

ऐसे पाएं आध्यात्मिक ज्ञान | Spirituality inspired in hindi | Get spiritual knowledge like this in hindi

ऐसे पाएं आध्यात्मिक ज्ञान | Spirituality inspired in hindi | Get spiritual knowledge like this in hindi -अध्यात्म का शाब्दिक ...
जीवन से जुड़ी कुछ अच्छी बातें

जीवन से जुड़ी कुछ अच्छी बातें | Some Good Things Related to Life | मन की बात | My Experience

जीवन से जुड़ी कुछ अच्छी बातें | कुछ बाते खट्टी मीठी सी | मन की बात | My Experience Earning ...
God's glory and man's pride in hindi

God’s glory and man’s pride in hindi | भगवान की महिमा और मानव का अहंकार | प्रेरणादायक कहानी

God's glory and man's pride in hindi | भगवान की महिमा और मानव का अहंकार दोस्तो! एक बार एक राजा ...

राधे राधे 🙏🙏 एक सच्ची कहानी। एक बार अवश्य पढ़े 🙏

Leave a Comment

error: