पाचन में सहायक: बेल फल को पारंपरिक रूप से पाचन तंत्र को सुधारने के लिए उपयोग किया जाता है। यह पेट दर्द, दस्त और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: बेल फल में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। – –

शरीर को ठंडक पहुँचाने वाला: बेल का रस शरीर को ठंडक प्रदान करता है, खासकर गर्मियों में। इसे पीने से शरीर को तरावट मिलती है और गर्मी से बचाव होता है।–

आयुर्वेद में महत्व: आयुर्वेद में बेल फल को औषधीय गुणों के कारण "अमृत फल" कहा जाता है। इसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है।–

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: बेल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।

श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी: बेल फल का उपयोग खांसी, अस्थमा और श्वसन संबंधी अन्य समस्याओं के उपचार में भी किया जाता है।–

शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है: बेल फल का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है।–